उत्तराखंड में भाजपा सरकार के चार साल पूरे होने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्य की खेल उपलब्धियों को यादगार बताया। हाल ही में आयोजित 38वें राष्ट्रीय खेलों (National Games 2025) में उत्तराखंड ने इतिहास रचते हुए कुल 103 मेडल (24 गोल्ड, 22 सिल्वर और 57 ब्रॉन्ज) अपने नाम किए।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा, “हमने राष्ट्रीय खेलों का आयोजन देवभूमि में सफलतापूर्वक किया, जो अपने आप में एक मिसाल है। सभी प्रतियोगिताएं राज्य के भीतर ही आयोजित की गईं और किसी भी आयोजन के लिए बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ी।”
इस बार का आयोजन खास इसलिए भी रहा क्योंकि पहली बार पूरे राष्ट्रीय खेल किसी भी टेम्परेरी स्ट्रक्चर में नहीं, बल्कि स्थायी और विश्वस्तरीय स्टेडियमों में हुए। राजीव गांधी अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम, देहरादून जैसे वेन्यू को अपग्रेड कर अत्याधुनिक सुविधाएं दी गईं।
खेलों में 16,000 से अधिक एथलीट्स ने 35 खेल श्रेणियों में भाग लिया। इस दौरान कई राष्ट्रीय रिकॉर्ड टूटे, और कई नए युवा खिलाड़ी उभर कर सामने आए, जो आने वाले समय में देश का नाम रोशन कर सकते हैं।
मुख्यमंत्री धामी ने खिलाड़ियों की मेहनत और समर्पण की सराहना करते हुए कहा कि, “हमारे खिलाड़ियों ने न सिर्फ मेडल जीते, बल्कि उत्तराखंड को एक उभरते हुए खेल राज्य के रूप में स्थापित किया है।”
खेलों के साथ-साथ भारत की सांस्कृतिक विविधता का भी अद्भुत प्रदर्शन हुआ। अलग-अलग राज्यों की सांस्कृतिक प्रस्तुतियों ने पूरे आयोजन को और भी भव्य बना दिया। स्थानीय वॉलंटियर्स और कोऑर्डिनेटर्स ने टीमों को हर स्तर पर सहायता दी—चाहे वह आवास की व्यवस्था हो या पोषण युक्त भोजन।
सेवाएं खेल नियंत्रण बोर्ड (SSCB) ने कुल 121 मेडल के साथ टॉप पर रहते हुए चैंपियनशिप जीती, लेकिन उत्तराखंड का सातवें स्थान पर आना और 100 से अधिक पदक जीतना राज्य के लिए गर्व का विषय रहा।
इस आयोजन से स्पष्ट है कि उत्तराखंड अब सिर्फ पर्यटन या तीर्थ का केंद्र नहीं, बल्कि खेलों में भी अपनी मजबूत पहचान बना रहा है।
